About shiv chalisa in hindi
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शक्ति और समृद्धि का प्रतीक श्री दुर्गा बीसा यंत्र मां दुर्गा को जल्द प्रसन्न करने के लिए आज ही घर में स्थापित करें शक्तिशाली दुर्गा बीसा यंत्र!
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
Devotees who chant these verses with powerful love turn out to be prosperous by the grace of Lord Shiva. Even the childless wishing to own children, have their wishes fulfilled after partaking of Shiva-Prasad with faith and devotion.
सहस कमल में हो more info रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.
धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
अर्थ: माता मैनावंती की दुलारी अर्थात माता पार्वती जी आपके बांये अंग में हैं, उनकी छवि भी अलग से मन को हर्षित करती है, तात्पर्य है कि आपकी पत्नी के रुप में माता पार्वती भी पूजनीय हैं। आपके हाथों में त्रिशूल आपकी छवि को और भी आकर्षक बनाता है। आपने हमेशा शत्रुओं का नाश किया है।
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
मैना मातु की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
येहि अवसर मोहि आन उबारो ॥ लै त्रिशूल शत्रुन को मारो ।